अपने पिता के पास पत्र लिखते हुए अपने छात्रावास के जीवन के बारे में बताएँ | छात्रावास से पिता जी को पत्र | छात्रावास के अनुभव का वर्णन करते हुए पिताजी को पत्र लिखें |
पटना छात्रावास
20 फरवरी, 2023
पूज्य पिताजी
सादर प्रणाम ।
मैं सकुशल हूँ । आशा है, घर पर सभी आनंद होंगे ।
पिताजी,
यहाँ छात्रावास में आने के पहले मुझमें जो झिझक थी, सब भ्रांति सिद्ध हुई। यहाँ पूरे छात्रावास में दो ही वर्ग के छात्र हैं। एक ही वर्ग आगे-पीछे हैं, सभी एक-दूसरे को अच्छी तरह पहचानते हैं। हमसे ऊँचे वर्ग के लड़के हम सबको छोटा भाई समझते हैं और स्नेह करते हैं। हम सभी उनका पूरा आदर करते हैं।
सबेरे का अध्ययन-काल थोड़ा कम अवधि का होता है, जिसमें हम वर्ग-कार्य करते हैं। संध्या समय विद्यालय से आकर, अल्पाहार कर छात्रावास के प्रांगण में खेलते-कूदते हैं, जिससे स्फूर्ति आ जाती है। संध्या सात बजे से पुनः अध्ययनकाल शुरू होता है। उस समय अधीक्षक प्रत्येक कक्ष का चक्कर लगाते हैं। कोई समस्या होती है तो हमें निःसंकोच उन्हें बताते हैं और वे हल बताते हैं, निकालते हैं। अगर किसी विषय में कठिनाई होती है तो हमारी मदद करते हैं। कभी-कभी तो हमारे बड़े भाई लोग ही समस्या हल कर देते हैं।
छात्रावास में हमारे खान-पान पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। इस प्रकार, छात्रावास जीवन अत्यन्त सुखद और सौहार्द्रपूर्ण है। आप निश्चिंत रहें।
मेरी ओर से माताजी को प्रणाम और मोनू को आर्शीवाद कह देंगे ।
आपकाआज्ञाकारी पुत्र
गौतम कुमार
Related Post – एक पुस्तक विक्रेता को कुछ किताबें भेजने के लिए एक पत्र लिखें ।
Bihar Board Class 12th Hindi Book Solution कक्षा 12 हिन्दी दिगंत भाग 2
Bihar Board Class 10th Sanskrit Book Solution कक्षा 10 संस्कृत पीयूषम् भाग 2
2 thoughts on “अपने पिता के पास पत्र लिखते हुए अपने छात्रावास के जीवन के बारे में बताएँ ।”